जानें, वर्ल्ड की सबसे बड़ी ई-शॉपिंग साइट AMAZON में कैसे होता है काम
इंटरनेशनल डेस्क। ई-कॉमर्स साइट अमेजन देवी-देवताओं के फोटो वाले डोरमेट बेचने को लेकर विवादों में है। सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे लेकर साइट के खिलाफ कैम्पेन शुरू कर दिया है। हालांकि, अमेजन इसकी डायरेक्ट सेलर नहीं है। इससे पहले देवी-देवताओं के प्रिंट वाली लेगिंग्स बेचने को लेकर भी वो विवादों में आ चुकी है।
हालांकि, इन विरोधों के बावजूद बीते कुछ सालों में ई-कॉमर्स साइट से शॉपिंग का क्रेज लोगों में काफी बढ़ गया है। यहां इन साइट के जरिए ऑर्डर किए गए प्रोडक्ट्स को सेलेक्ट करने से लेकर उनकी पैकेजिंग और डिलिवरी तक कैसे काम होता है इसके बारे में बताने और फोटोज के जरिए दिखाने जा रहे हैं।
आगे जानें, अमेजन के वेयर हाउस में कैसे होता है काम...
यहां हम फीनिक्स में 12 लाख स्क्वेयर फीट में बना अमेजन का एक वेयर हाउस दिखा रहे हैं। यहां अमेजन के चार वेयरहाउस हैं।
वेयर हाउस में सामान लोडिंग डॉक के जरिए पहुंचते हैं, सामानों की लिस्टिंग के लिए बनाए गए सिस्टम में इसकी जांच होती है। ये चेक किया जाता है कि सामान लिखित रिकॉर्ड के मुताबिक हैं या नहीं।
वेयर हाउस में कुछ वर्कर्स ऑर्डर के मुताबिक, सामानों को सेलेक्ट करने का काम करते हैं। स्कैनर के डायरेक्टर के हिसाब से ये प्रोडक्ट सेलेक्ट करते हैं।
वर्कर खाली शेल्फ पर कस्टमर के कोड के साथ सामान रखते हैं। इसके बाद प्रोडक्ट को स्कैन कर उसकी लोकेशन रिकॉर्ड की जाती है।
ऑर्डर किए गए प्रोडक्ट पैकेजिंग के लिए रखे गए हैं। जिसके बाद इन्हें ट्रांसपोर्ट किया जाएगा।
हर कस्टमर द्वारा ऑर्डर किए गए सामान वेयर हाउस में इकट्ठा कर अलग-अलग शेल्फ में रखे जाते हैं।
अगर कोई भी सामान फ्लोर पर पड़ा मिलता है, तो उसे इस नीले स्टैंड पर रख दिया जाता है, ताकि इसे दोबारा अपनी जगह पर पहुंचाया जा सके।
जब कस्टमर का ऑर्डर किया हुआ सामान इकट्ठा कर लिया जाता है, तो कम्प्यूटर प्रोग्राम वर्कर को निर्देशित करता है कि कस्टमर के ऑर्डर के मुताबिक, सामान कैसे रखना है।
वेयर हाउस में वर्कर्स डिलवरी से पहले प्रोडक्स को पैक करते हैं, ताकि वो सुरक्षित कस्टमर के पास पहुंचे।
वर्कर सामान को स्कैन करते हैं, जिसके बाद अमेजन का कम्प्यूटर सिस्टम बताता है कि सामान को पैक करने के लिए किस साइज के लिफाफे और डिब्बे का इस्तेमाल किया जाना है।
वेयर हाउस में यहां सामानों की पैकिंग की जा रही है।
इस मशीन को स्लैम लाइन के नाम से जानते हैं। यहां पर सामान का वजन किया जाता है, ताकि किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो।
इसके बाद शिप से सामान भेजने के लिए यहां पर लेबलिंग की जाती है।
इस ट्रैक पर रखे डिब्बे ऑटोमेटिक सिस्टम से आगे बढ़ाते जाते हैं, जहां से ये कस्टर के लिए ट्रांसपोर्ट किए जाते हैं।
इंटरनेशनल डेस्क। ई-कॉमर्स साइट अमेजन देवी-देवताओं के फोटो वाले डोरमेट बेचने को लेकर विवादों में है। सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे लेकर साइट के खिलाफ कैम्पेन शुरू कर दिया है। हालांकि, अमेजन इसकी डायरेक्ट सेलर नहीं है। इससे पहले देवी-देवताओं के प्रिंट वाली लेगिंग्स बेचने को लेकर भी वो विवादों में आ चुकी है।
हालांकि, इन विरोधों के बावजूद बीते कुछ सालों में ई-कॉमर्स साइट से शॉपिंग का क्रेज लोगों में काफी बढ़ गया है। यहां इन साइट के जरिए ऑर्डर किए गए प्रोडक्ट्स को सेलेक्ट करने से लेकर उनकी पैकेजिंग और डिलिवरी तक कैसे काम होता है इसके बारे में बताने और फोटोज के जरिए दिखाने जा रहे हैं।
आगे जानें, अमेजन के वेयर हाउस में कैसे होता है काम...
यहां हम फीनिक्स में 12 लाख स्क्वेयर फीट में बना अमेजन का एक वेयर हाउस दिखा रहे हैं। यहां अमेजन के चार वेयरहाउस हैं।
वेयर हाउस में सामान लोडिंग डॉक के जरिए पहुंचते हैं, सामानों की लिस्टिंग के लिए बनाए गए सिस्टम में इसकी जांच होती है। ये चेक किया जाता है कि सामान लिखित रिकॉर्ड के मुताबिक हैं या नहीं।
वेयर हाउस में कुछ वर्कर्स ऑर्डर के मुताबिक, सामानों को सेलेक्ट करने का काम करते हैं। स्कैनर के डायरेक्टर के हिसाब से ये प्रोडक्ट सेलेक्ट करते हैं।
वर्कर खाली शेल्फ पर कस्टमर के कोड के साथ सामान रखते हैं। इसके बाद प्रोडक्ट को स्कैन कर उसकी लोकेशन रिकॉर्ड की जाती है।
ऑर्डर किए गए प्रोडक्ट पैकेजिंग के लिए रखे गए हैं। जिसके बाद इन्हें ट्रांसपोर्ट किया जाएगा।
हर कस्टमर द्वारा ऑर्डर किए गए सामान वेयर हाउस में इकट्ठा कर अलग-अलग शेल्फ में रखे जाते हैं।
अगर कोई भी सामान फ्लोर पर पड़ा मिलता है, तो उसे इस नीले स्टैंड पर रख दिया जाता है, ताकि इसे दोबारा अपनी जगह पर पहुंचाया जा सके।
जब कस्टमर का ऑर्डर किया हुआ सामान इकट्ठा कर लिया जाता है, तो कम्प्यूटर प्रोग्राम वर्कर को निर्देशित करता है कि कस्टमर के ऑर्डर के मुताबिक, सामान कैसे रखना है।
वेयर हाउस में वर्कर्स डिलवरी से पहले प्रोडक्स को पैक करते हैं, ताकि वो सुरक्षित कस्टमर के पास पहुंचे।
वर्कर सामान को स्कैन करते हैं, जिसके बाद अमेजन का कम्प्यूटर सिस्टम बताता है कि सामान को पैक करने के लिए किस साइज के लिफाफे और डिब्बे का इस्तेमाल किया जाना है।
वेयर हाउस में यहां सामानों की पैकिंग की जा रही है।
इस मशीन को स्लैम लाइन के नाम से जानते हैं। यहां पर सामान का वजन किया जाता है, ताकि किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो।
इसके बाद शिप से सामान भेजने के लिए यहां पर लेबलिंग की जाती है।
इस ट्रैक पर रखे डिब्बे ऑटोमेटिक सिस्टम से आगे बढ़ाते जाते हैं, जहां से ये कस्टर के लिए ट्रांसपोर्ट किए जाते हैं।
जानें, वर्ल्ड की सबसे बड़ी ई-शॉपिंग साइट AMAZON में कैसे होता है काम
Reviewed by Unknown
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10:51 PM
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